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........................युधिष्ठिर :-यक्षराज मेरे आदरणीय पितामह गंगापुत्र भीष्म के आचरण से मैनें यही सीखा है कि आप सोचते कुछ भी रहें पर सिहासन पर बैठी सत्ता से जुड़े...
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मानव विकास का वैज्ञानिक विश्लेषण अधुनातन शिक्षा का एक अनिवार्य अंग बन गया है । ऐसा होना भी चाहिए क्योंकि नृतत्वशास्त्र के प्रामाणिक ज्ञान के बिना जीवन...
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............................. आज के इस निराशा ,संत्राष और आत्मजड़ता से भरे तुमुल कोलाहल के बीच रहकर भी प्रत्येक जिज्ञासु को ज्ञान सागर में गोता लगाकर सच्चे मोती...
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........................"माटी "परिवार विदेशी परम्पराओं के अन्धानुकरण में विश्वास नहीं रखता । वह औपनिषदिक युग की विवेक और मीमांसा पद्धति में विश्वास करता है । ब्रम्हाण्ड के मूल में क्या...
View ArticleAngrejee Men......
अंग्रेजी में एडिट करने का अर्थ किसी रचनात्मक आलेख में यदि कोई तार्किक विसंगति पायी जाती है तो उसे ठीक करना भी होता है । पर साहित्य की कुछ विधाओं जैसे कवितायें ,नाटकीय सम्भाषण...
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............................ कामायनी में मनु का चित्रण देखिये या श्रद्धा का ,रामायण में राम का चित्रण देखिये या सीता का ,कृष्णायन में कृष्ण का चित्रण देखिये या रुक्मणी...
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एंजल्स ने कहा है कि श्रष्टि में कहीं कुछ ऐसा नहीं होता जो सुनियोजित न हो और जिसका कोई अन्तिम लक्ष्य निर्धारित न हो पर सामान्य मनुष्य के जीवन में बहुत बार ऐसा होता है...
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.......................... बाबा ने बताया कि कल सुबह जब वे अँधेरे में टट्टी की ओर बढे तो रास्ते में एक भयावह सर्प फन उठाकर खड़ा हो गया । बाबा ने हाँथ जोड़कर उसे नमस्कार...
View Articleबजरंगबली की कृपा
1995 की बात है ,अगस्त का आख़िरी पखवारा रहा होगा ,प्रोफ़ेसर सुनील मित्तल जुलाई में सेवा निवृत्त होकर चंडीगढ़ से रोहतक अपने घर में आ गये थे । चंडीगढ़ शहर की सुनियोजित...
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........................अलग -अलग समाजों की अलग -अलग धार्मिक -दार्शनिक मान्यताये हैं । चेतन की उत्पत्ति और फिर एक अकल्पनीय अन्तराल के बाद मानव जाति का अवतरण न जाने कितनी अबूझ...
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..........................सनातन धर्म यह मानता है कि हर युग में धर्म के उत्थान ,सद्जनों की और अन्यायियों के विनाश के लिये महाशक्ति नया -नया रूप लेकर अवतरित होती रहती है...
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सारा विश्व जानता है कि शुद्दोधन पुत्र सिद्धार्थ गौतम भारतवासियों के लिये भगवान बुद्ध बनकर सम्मान के अधिकारी रहे हैं और सदैव के लिये वे संसार के महानतम...
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............................ हमारे पूर्वी सीमान्त पर कुछ जमीन दबाकर बैठे हुये चीन को अभी तक हम शान्ति के द्वारा मैत्री का सन्देश भेजते रहे हैं पर ऐसा लगता है कि...
View Articleवह सुबह कभी क्या आयगी ?
वह सुबह कभी क्या आयगी ?किशोरावस्था में जो इतिहास हमें इण्टरमीडिएट के स्तर पर पढ़ाया गया था उसमें गुप्त काल को स्वर्ण काल के नाम से वर्णित किया...
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...................... पर जैसा कि मैं पहले लिख चुका हूँ क्या आप अपने 16 वर्ष के पुत्र को गाड़ी या स्कूटर ड्राइव करने से मना कर आयेंगें । 18 का न होने के कारण उसके पास...
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......................... इधर काफी समय से यह माँग की जा रही है कि पार्लियामेन्ट के भीतर एमपीज के आचरण को लोकपाल बिल की निगरानी में लाया जाना चाहिये पर अब तक के क़ानून के...
View Articleकुछ इधर की ,कुछ उधर की
कुछ इधर की ,कुछ उधर की सिलीकॉन वैली (अमरीका ) के तकनीशियनों के एक सम्मेलन को सम्बोधित करते हुये...
View Article"वन्दे मातरम् "
"वन्दे मातरम् "। सुजलां सुफलां मलयज शीतलांम् शस्यश्यामलाम् मातरम् । शुभ्र...
View Articleबीसवीं सदी के अन्त तक ..........
बीसवीं सदी के अन्त तक ऐसा माना जाता जा रहा है कि मानव जीवन की सफलता में सच्चायी और ईमानदारी का सबसे बड़ा योगदान होता है । हमारा विश्वास था कि इक्कीसवीं सदी के...
View Articleटिमटिमाती शाम
कट गया मैं, हट गया मैंखेत से ,खलिहान सेओस भीगी दूब सेहसिया ,कुदाली ,धान सेइसलिये जो लिख रहा हूँसिर्फ उनके ही लिये हैजो बहुत पढ़ते पढ़ाते हैं -किताबी जीव हैं ।गीत मेरे अब न मिट्टी के सहोदर मीत हैं ।शोध...
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